शनिवार, जुलाई 17, 2010
हर फ्लू के लिए बन रही है एक वैक्सीन
तरह-तरह के फ्लू के अटैक से बचने के लिए अब हर बार आपको नई वैक्सीन लगवाने की जरूरत नहीं क्योंकि अब ऐसी वैक्सीन बनाई जा रही है जो
हर तरह के फ्लू को रोकने में कारगर होगी। इस वैक्सीन को बनाने में जुटी वैज्ञानिकों की इंटरनैशनल टीम की कोशिश है कि इससे आम सर्दी जुकाम के फ्लू से लेकर बर्ड फ्लू जैसे नए फ्लू की भी रोकथाम हो सके। अच्छी बात यह है कि इस वैक्सीन के लिए बहुत वक्त इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ वर्षों में ही यह बाजार में मौजूद हो जाएगी।
वैज्ञानिकों का मानना है कि उन्होंने 'सबके लिए एक' इस वैक्सीन को डिजाइन करने की गुत्थी सुलझा ली है। इस वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल शुरू भी किए जा चुके हैं और 2013 तक इसे इनसानों पर टेस्ट किया जा सकता है। इनसानी ट्रायल अभी भले ही शुरुआती चरण में हो पर वैज्ञानिकों ने चूहों और बंदरों पर सफल ट्रायल किए हैं। इनके इम्यून सिस्टम को इन्फ्लूएंजा के डीएनए से लैस किया गया था।
बंदरों में मौसमी फ्लू के रेगुलर वैक्सीन का बूस्टर भी डाला गया। इससे बंदरों की इम्यूनिटी में और इजाफा देखा गया। वैक्सीन का असर हर साल बढ़ता ही गया जब तक कि वैक्सीन लेने वाले में फ्लू को लेकर इम्यूनिटी नहीं आ गई। प्राइमिंग या बेस वैक्सीन 1999 के एक वायरस से आई थी पर इससे जो एंटीबॉडीज बनीं उन्होंने वायरस की कई किस्मों को बेकाम कर दिया।
यूएस नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिजीज से जुड़े और इस स्टडी के लीडर डॉ. गैरी नेबल के मुताबिक, हम इन नतीजों से काफी प्रभावित हैं। प्राइम बूस्ट अप्रोच से एनफ्लूएंजा के टीकाकरण में नई आशा जगी है। यह हेपटाइटिस की तर्ज पर होगा जिसमें हम जीवन के शुरुआती हिस्से में वैक्सीन लेने के बाद वयस्क होने पर भी अडिशनल डोज लेकर इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। हमें उम्मीद है कि अगले 3 से 5 वर्षों में हम सभी फ्लू से सुरक्षा करने वाली वैक्सीन के असर को मापने के लिए ट्रायल शुरू कर देंगे।
वैज्ञानिकों ने यह भी देखा कि प्राइम बूस्ट वैक्सीन ने किस तरह चूहे को खतरनाक फ्लू वायरस से बचाया। बूस्ट मिलने के तीन हफ्ते बाद 20 चूहों को 1934 के फ्यू वायरस के बीच छोड़ा गया। इनमें से 80 पर्सेंट बच गए। जब चूहों को सिर्फ प्राइम या बूस्ट ही दिया गया या नकली वैक्सीन ही दी गई तो सभी चूहों की मौत हो गई। एक्सर्पट्स ने इस रिसर्च का स्वागत किया है। ब्रिटेन के लीडिंग फ्लू एक्सपर्ट और वायरॉलजिस्ट प्रोफेसर जॉन ऑक्सफर्ड के मुताबिक, यह एक नई और मजेदार कोशिश है। लगता है इन रिसर्चरों को कोई यूनिवर्सल या जनरल एंटी बॉडी का पता लग गया है जो कई तरह के वायरस पर हमला करती है। इस वैक्सीन का हम सभी को इंतजार है पर अगला कदम काफी अहम रहने वाला है।
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